महिलाओं के प्रति पूर्वाग्रह रखने वाले अपनी सोच को दुरुस्त कर लें। जीवन के हर क्षेत्र में अपनी कार्यकुशलता और दक्षता का परचम फैलाती महिलाएं अब पुरुषों के मुकाबले बेहतर बॉस भी साबित हो रही हैं।
महिला बॉस अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने के साथ-साथ अपने कर्मचारियों को न सिर्फ कार्य करने के प्रति अति उत्साहित करने में सफल होती हैं, बल्कि कर्मचारियों के अंदर कार्य संस्कृति मूल्यों को भी जगाने में बेहद सक्षम पाई गईं हैं।
इस सबके चलते वह ऑफिस में स्वस्थ माहौल पैदा करने और लोगों को बेहतर तरीके से काम करने के प्रति उद्यत कर पाने में कामयाब होती हैं। हाल ही ब्रिटेन में किए गए एक सर्वेक्षण से यह बात सामने आई है।
'द टेलीग्राफ' में छपी खबर के मुताबिक यह सर्वेक्षण लगभग 2000 स्वास्थ्य सेवाओं और स्थानीय प्राधिकरणां में कार्यरत कर्मचारियों के बीच किया गया। इसमें से अधिकतर का मानना था कि महिला बॉस पुरुषों के मुकाबले दफ्तर में ज्यादा स्वस्थ माहौल पैदा करने सक्षम होती हैं।
'ब्रिटिश साइक्लोजिकल सोसायटी' की बोर्नमाउथ में हुई वार्षिक कांफ्रेंस में भी सर्वेक्षण रिपोर्ट रखी गई। रिपोर्ट के अनुसार सर्वे में शामिल लोगों ने स्पष्टतः स्वीकार किया कि महिला मैनेजर दफ्तर में अपने कर्मचारियों के सीखने और आगे बढ़ने के लिए ज्यादा अच्छा वातावरण पैदा करने में सफल होती हैं।
सर्वे में मध्य दर्जे के पुरुष मैनेजर के मुकाबले भी कर्मचारियों ने महिलाओं को ही वरीयता दी। उनका मानना था कि वे ज्यादा प्रभावकारी होती हैं। वैसे सीनियर एक्जीक्यूटिव के मामले में लोगों का मत था कि इस पर महिला और पुरुषों के बीच कोई अंतर नहीं है। इस पद पर दोनों ही अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी अंजाम देने में दक्ष पाए गए।
पुरुष तथा Female Boss में से ज्यादा प्रभावी कौन है यह जानने के लिए इस सर्वेक्षण को चौदह विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया था। दिलचस्प बात यह है कि इसमें से ग्यारह श्रेणियों में महिलाएं अव्वल रहीं।
ऐसा नहीं है कि बाकी तीन में वे पीछे रहीं, बल्कि इसमें महिलाओं और पुरुषों ने बराबर अंक हासिल किए। लीड्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बेवरली एलिमो-मेटकाल्फ, जिन्होंने इस सर्वे अभियान का नेतृत्व किया था, का कहना है कि सर्वेक्षण ने यह स्पष्ट बता दिया है कि लीडरशिप के मामले में भी महिलाएं अव्वल साबित हो रही हैं जो समाज में आए स्वस्थ परिवर्तन का द्योतक है।
ऐसा भी देखने में आया है कि जिन ऑफिसेस में Female Boss है, वहां एम्प्लॉइज का प्रदर्शन भी कई गुना बेहतर हो जाता है. इस बारे में जॉब मार्केट के जाने माने नाम साइकी( SCIKEY) ने इसके लिए देशभर से 22 से 47 साल की उम्र के कुल 5388 लोगों को चुना. ये सभी अलग अलग कंपनियों में महिला- पुरुष बॉस के साथ काम कर रहे थे. सर्वे में ये पाया गया कि सीनियर महिलाओं के साथ काम करने वाले कर्मचारी अपने काम से ज्यादा संतुष्ट रहते हैं. इसकी वजह ये बताई गई कि Female Boss अपने एम्प्लॉइज के साथ बेहतर तालमेल बनाकर चलती हैं.
Female Boss एम्प्लॉइज की प्रोफेशनल ग्रोथ ( Professional Growth) पर ज्यादा ध्यान देती हैं और अगर उन्हें बेहतर ट्रेनिंग की जरूरत हो तो उसके लिए भी हमेशा तैयार रहती हैं. इससे ही कर्मचारियों का प्रदर्शन बेहतर होता है.
स्ट्रेस वाली जगहों पर काम करना -
स्टडी के मुताबिक, तनाव( Stress) वाले वर्कप्लेस में महिला बॉस पुरुषों की तुलना में सीनियर पदों पर बेहतर काम कर पाती हैं. स्टडी के नतीजे बताते हैं कि तनाव वाली जगहों पर4.96 प्रतिशत पुरुषों की तुलना में6.67 प्रतिशत महिलाएं सीनियर पॉजिशन पर बेहतर काम कर पाती हैं.
डील के दौरान सही फैसला लेना -
इस स्टडी में ये बात भी निकलकर आई कि Female Boss में किसी डील के दौरान बातचीत के जरिए सही फैसला लेने की क्षमता पुरुषों से कहीं ज्यादा अच्छी होती है. सर्वे के मुताबिक,1.11 प्रतिशत पुरुष बॉस ही जहां बातचीत के जरिए अच्छे नतीजे पाने वाले साबित हुए. वहीं Female Boss के मामले में ये आंकड़ा1.37 प्रतिशत रहा.
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